मेरी
मोहब्बत मेरे दिल की गफलत थी
मैं बेसबब ही
उम्र भर तुझे कोसता रहा…..
आखिर ये
बेवफाई और वफ़ा क्या है
तेरे जाने के
बाद देर तक सोचता रहा……
मैं इसे
किस्मत कहूँ या बदकिस्मती अपनी
तुझे पाने के
बाद भी तुझे खोजता रहा….
सुना था वो
मेरे दर्द मे ही छुपा है कहीं
उसे ढूँढने को
मैं अपने ज़ख्म नोचता रहा…
यादों की
किम्मत वो क्या जाने,
जो ख़ुद यादों
के मिटा दिए करते हैं,
यादों का मतलब
तो उनसे पूछो जो,
यादों के
सहारे जिया करते हैं…
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