गुरुवार, 31 जनवरी 2013

जीवन भी क्या नशा है !!!

जीवन भी क्या नशा है जीने का ,
कोई जी लेता है मर -मर के ,
कोई जी लेता है डर - डर के ,
कोई तमाश बना लेता है इसको ,
कोई सजा लेता है इसको ,
कोई प्यार से भर देता इसका आँचल ,
कोई नफ़रत से कर देता सजल ,
सजल मत करो नयनो को इनको भी दुःख का एहसास होता है ,
क्या करें ये सजल तब भी होते हैं जब खुशी का एहसास होता है 

शुक्रवार, 18 जनवरी 2013

zindagi



Ye zindagi bhi badi ajeeb hai...
Oss ki bund ke jaisi thehri si
Barish ke pani ke jaise chalakti si

Ye zindagi bhi badi chalti hai...
Bite hue pal ki tarah muskurati si
Aane waale kal ki tarah jhaankti si

Ye zindagi bhi bada satati hai....
Indradhanush se saat rang dikhati si
Patjhad si veeran, jhadti si

Ye zindagi bhi badi ajjb dastan sunati hai...
Dadi ki laad bhari daant si sabak sikhati si
Ma ki pyaar bhari baaton si laad karti si

शुक्रवार, 11 जनवरी 2013





जुक्डी की किताब माँ गुलाब वैकू थोऊ ,
अन्धयारा की नीद माँ ख्वाब वैकू थोऊ ,
कत्गा प्यार करदू छै जब हमन पूछे ,
मर जौला त्वाई बिना यू जबाब तैकू  थोऊ ,