शुक्रवार, 19 अक्तूबर 2012

अच्छा तो हम चलते हैं

अगर बेवफ़ा तुमको पहचान जाते--

Film: Raat Ke Andhere Me (1969) 
Music: Prem Dhawan 
Lyrics: Prem Dhawan 
Singer (s): Rafi/Lata 
Starring: Dev Kumar, Sonia Sahni 

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फ़िल्म

रफ़ी-वर्ज़न

अगर बेवफ़ा, तुमको पहचान जाते
ख़ुदा की क़सम हम मुहब्बत न करते
जो मालूम होता, ये इलज़ाम--उलफ़त
तो दिल को लगाने की ज़ुर्रत न करते

जिन्हें तुमने समझा मेरी बेवफ़ाई
मेरी ज़िन्दगी की वो मजबूरियाँ थीं
हमारी मुहब्बत इक इम्तिहां थी
ये दो दिन की थोड़ी सी जो दूरियाँ थीं
अगर सच्ची होती मुहब्बत हमारी
तो घबरा के तुम यूँ शिकायत न करते

जो हम पर है गुज़री हमीं जानते हैं
सितम कौन सा है नहीं जो उठाया
निगाहों में फिर भी रही तेरी सूरत
हर एक सांस में तेरा पैगाम आया
अगर जानते तुम ही इलज़ाम दोगे
तो भूले से भी हम तो उलफ़त न करते

००००००००००

अगर बेवफ़ा तुम को पहचान जाते, खुदा की कसम हम मोहब्बत न करते
जो मालूम होता ये इलज़ाम दोगे, तो दिल को लगाने की ज़ुर्रत न करते

जिन्हें तुम ने समझा मेरी बेवफ़ाई मेरी ज़िन्दगी की वो मज़बूरियां थीं
हमारी मोहब्बत इक इम्तिहां थी ये दो दिन की थोड़ी सी जो दूरियां थीं

अगर सच्ची होती मोहब्बत हमारी तो घबरा के तुम यूं शिकायत न करते
अगर बेवफ़ा तुम को पहचान जाते, खुदा की कसम हम मोहब्बत न करते

जो हम पे है गुज़री हमीं जानते हैं सितम कौन सा है नहीं जो उठाया
निगाहों में फिर भी रही तेरी सूरत हर इक सांस में तेरा पैगाम आया

अगर जानते तुम ही इलज़ाम दोगे तो भूले से भी हम तो उल्फ़त न करते
अगर बेवफ़ा तुम को पहचान जाते, खुदा की कसम हम मोहब्बत न करते



लता वर्ज़न
अगर बेवफा तुझको पहचान जाते ,खुदा की कसम हम मोहब्बत ना करते
जो मालूम होता ये अंज़ामे उलफत तो दिल को लगाने की जुररत ना करते.

जिसे फूल समझा वही खार निकला,तेरी तरह झूठा तेरा प्यार निकला,
जो उठ जाते पहले ही आँखों से पर्दे भूल से भी हम तो उलफत ना करते .

मेरा दिल था शीशा हुआ चूर ऐसा, की अब लाख जोड़ो तो जुड़ ना सकेगा ,
तू पत्थर का बुत है पता गर होता तो दिल टूटने की शिकायत ना करते..






Film: Aan Milo Sajna (1970)
Music: Laxmikant-Pyarelal
Lyrics: Anand Bakshi
Singer (s): Lata, Kishore
Starring: Rajesh Khanna, Asha Parekh
http://www.youtube.com/watch?v=CUhRZOUoQ0Q
--film


अच्छा तो हम चलते हैं
फिर कब मिलोगे
जब तुम कहोगे
जुम्मे रात को
हाँ हाँ आधी रात को
कहाँ?
वहीं जहाँ कोई आता जाता नहीं
अच्छा तो हम चलते हैं ...

किसी ने देखा तो नहीं तुम्हें आते
नहीं मैं आयी हूँ छुपके छुपाके
देर कर दी बड़ी
ज़रा देखो तो घड़ी
उफ़्फ़ ओ, मेरी तो घड़ी बन्द है
तेरी ये अदा मुझे पसन्द है
देखो बाते वातें कर लो जल्दी जल्दी
फिर न कहना अभी आयी अभी चल दी
तो आओ पास बैठें पल दो पल
आज नहीं कल
ये तो इक बहाना है
वापस घर भी जाना है
कितनि जल्दी ये दिन ढलते हैं
हाय! टाटा ...
अच्छा तो हम चलते हैं
फिर कब मिलोगे
जब तुम कहोगे
कल मिलो या परसों
परसों नहीं, नरसों
कहाँ?
यहीं यहाँ कोई आता जाता नहीं
अच्छा तो हम चलते हैं ...

उड़ा है किस लिये तेरा रंग गोरी
हमारी पकड़ी गयी है बस चोरी
-
अच्छा?
राम जाने क्या हो अब
कैसे हुआ ये ग़ज़ब
मेरा आँचल जो ज़रा ढल गया
सारी दुनिया को पता चल गया
कैसे खेलेंगे अब आँख मिचोलि
लेजा आके मेरे घर से मेरी डोली
तेरे घर वाले न कर दे इंकार
सब हैं तैय्यार, सब हैं तैय्यार
सुन ले फिर दिल की फ़रियाद
बस बाक़ी शादी के बाद
पिया देखो, दिये जलते हैं
अच्छा ...
अच्छा तो हम चलते हैं ...

http:sohankharola.blogspot.com

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