रविवार, 2 सितंबर 2012


आज मैं  स्कूल जा रहा था तो सुबह टिहरी झील का नजारा देखने लायक था,मन उदास हो गया और मैं सोचने लगा काश टिहरी न डूबती मैं अपनी टिहरी के साथ होता तो कितना मन में रोमांस होता फिर मैंने झट से इस सौंदर्य को अपने कैमरे में कैद किया और अपने ब्लाग पर डाल  दिया क्योकि अब तो इन्ही यादों के सहारे जीना है ..............????
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