मंगलवार, 20 सितंबर 2011

आधुनिक देश प्रेम

देश छोड़ अंग्रेज गए बदली नारों की भाषा
समय है बदला साथ में बदली देश प्रेम की परिभाषा |
ड्राइंग रुम में बैठ के जब भी खाया गरम समोसा
देख के टी बी बात बात पर नेताओं को कोसा |
कहीं कश्मीर वही घोटाले ये समाचार नए थे क्या
नेता तो हम खुद चुनते हैं वोट डालने गए थे क्या |
प्रदूषण से भरे शहर में तुमने बच्चे पालें हैं
पेड़ लगाया तुमने कोई क्या सब के मुहं पर ताले हैं| 

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